Class 10th Geography Subjective Question

Class 10th Geography Subjective Question | भारत संसाधन एवं उपयोग सबजक्टिव प्रश्न कक्षा 10वीं

Class 10th Social Science

Class 10th Geography Subjective :- दोस्त यहां पर आप सभी को कक्षा 10 की भूगोल का प्रश्नावली भारत संसाधन एवं उपयोग का महत्वपूर्ण सबजक्टिव प्रश्न दिया गया है यह बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा के लिए काफी महत्वपूर्ण है तो इसे शुरू से अंत तक सभी प्रश्न को पढ़े और याद रखें | भारत संसाधन एवं उपयोग सबजक्टिव प्रश्न कक्षा 10वीं | Bhaarat Sansaadhan evan Upayog Subjective Question Class 10th | aa online solution 

Class 10th Geography Subjective Question 2022 | भारत संसाधन एवं उपयोग 


प्रश्न 1. संसाधन को परिभाषित कीजिए ।

उत्तरः – मानव के उपयोग में आने वाली सभी वस्तुएँ संसाधन हैं । संसाधन का अर्थ जिम्मरमैन के अनुसार , संसाधन होते नहीं बनते हैं । संसाधन भौतिक एवं जैविक दोनों हो सकते हैं । भूमि मृदा , जल खनिज जैसे भौतिक संसाधन मानवीय आकांक्षाओं की पूर्ति संसाधन बन जाते हैं । जैविक संसाधन वनस्पति , वन्य – जीव तथा जलीय जीव जो मानवीय जीवन को सुखमय बनाते हैं ।

प्रश्न 2. मानव के लिए संसाधन क्यों आवश्यक हैं ?

उत्तरः – प्रकृति प्रदत्त वस्तुएँ हवा , पानी , वन , वन्य जीव , भूमि , मिट्टी , खनिज सम्पदा एवं शक्ति के साधन या स्वयं मनुष्य द्वारा निर्मित संसाधन के बिना मनुष्य की जरूरतें पूरी नहीं हो सकती हैं तथा सुख – सुविधा नहीं मिल सकती है । मनुष्य का आर्थिक विकास संसाधनों की उपलब्धि पर ही निर्भर करता है । संसाधनों का महत्त्व इस बात से है कि इनकी प्राप्ति के लिए मनुष्य कठिन से कठिन परिश्रम करता है , साहसिक यात्राएँ करता है , फिर अपनी बुद्धि , प्रतिभा , क्षमता , तकनीकी ज्ञान और कुशलताओं का प्रयोग करके उनके उपयोग की योजना बनाता है , उन्हें उपयोग में लाकर अपना आर्थिक विकास करता है । इसलिए मनुष्य के लिए संसाधन बहुत आवश्यक है । इसके बिना मनुष्य का जीवन एक क्षण भी नहीं चल सकता है ।

प्रश्न 3. संसाधन संरक्षण की उपयोगिता को लिखिए ।

उत्तर – संसाधनों का अविवेकपूर्ण या अतिशय उपयोग , विविध सामाजिक आर्थिक , सांस्कृतिक एवं पर्यावरणीय समस्याओं को जन्म देती है । इन समस्याओं के समाधान हेतु विभिन्न स्तरों पर संरक्षण की आवश्यकता है । संसाधनों का नियोजित एवं विवेकपूर्ण उपयोग ही संरक्षण कहलाता है । प्राचीन काल से ही संसाधनों का संरक्षण समाज – सुधारकों , नेताओं , चिंतकों एवं पर्यावरणविदों के लिए यह चिन्तनीय एवं ज्वलंत विषय रहा है । वर्तमान में मेघा पाटेकर का नर्मदा बचाओ अभियान , सुन्दर लाल बहुगुणा का चिपको आंदोलन संसाधन संरक्षण की दिशा में अति सराहनीय कदम है ।

प्रश्न 4.संसाधन – निर्माण में तकनीक की क्या भूमिका है , स्पष्ट कीजिए ।

उत्तर- भौतिक एवं जैविक संसाधन दोनों पदार्थ तकनीक के सहारे ही जीवनोपयोगी हो पाते हैं । आदि मानव तकनीक को पाकर ज्ञानी मानव बन गया । पर्यावरण में उपलब्ध पदार्थों का जनप्रिय तकनीक के सहारे जीवन को सुखमय बनाने में मानव सक्षम हो गया । जब पर्यावरण में मानव द्वारा जनप्रिय तकनीक का प्रयोग होता है तब सभ्यता विकसित होती है । सदियों से कोयला पेट्रोलियम एवं अन्य खनिज पृथ्वी के गर्भ में पड़ा हुआ था , लेकिन उस समय के आदि मानव तकनीक ज्ञान का अभाव था ।

प्रश्न 5. संभावी एवं संचित – कोष संसाधन में अंतर स्पष्ट कीजिए ।

उत्तर – संभावी संसाधन– ऐसे संसाधन जो किसी क्षेत्र विशेष में मौजूद होते हैं । जिसे भविष्य में उपयोग लाये जाने की संभावना रहती है । जिसका उपयोग अभी तक नहीं किया गया हो जैसे – हिमालय क्षेत्र का खनिज , राजस्थान और गुजरात क्षेत्र में पवन और सौर ऊर्जा की असीम संभावनाएँ हैं । संचित कोष संसाधन – ऐसे संसाधन भंडार जिसे उपलब्ध तकनीक के आधार पर प्रयोग में लाया जा सकता है । भविष्य की यह पूँजी है । नदी जल भविष्य में जलविद्युत उत्पन्न करने में उपयुक्त हो सकते हैं । ऐसे संसाधन वन में या बाँधों में

प्रश्न 6. अपवर्जक आर्थिक क्षेत्र किसे कहा जाता है ?

उत्तर – किसी देश की तट रेखा से 200 km . की दूरी तक का क्षेत्र अपवर्जक जल के रूप में संचित है । आर्थिक क्षेत्र कहा जाता है ।

प्रश्न 7. क्योटो सम्मेलन कहाँ और क्यों आयोजित हुए

उत्तर – दिसम्बर 1997 में पृथ्वी को ग्लोबल वार्मिंग से बचाने के लिए जापान के क्योटो में सम्मेलन आयोजित हुए ।

Class 10th Geography Chapter 1 Subjective Question 2022

प्रश्न 8. नवीकरणीय संसाधन किसे कहते हैं ?

उत्तर – वैसे संसाधन जिन्हें भौतिक , रासायनिक प्रक्रिया द्वारा नवीकृत या पुनः प्राप्त किया जा सकता है । जैसे — सौर ऊर्जा , पवन ऊर्जा , जल आदि ।

प्रश्न 9. जैव संसाधन की प्राप्ति कहाँ से होती है ?

उत्तर – जैव संसाधन की प्राप्ति जीवमंडल से होती है और इनमें जीवन व्याप्त होता है , जैसे – मनुष्य , वनस्पतिजात , प्राणिजात , मत्स्य जीवन , पशुधन आदि ।

प्रश्न 10. सतत् विकास किसे कहते हैं ?

उत्तर – पर्यावरण को बिना क्षति पहुँचाये भविष्य की आवश्यकताओं के मद्देनजर , वर्तमान विकास को कायम रखा जा सकें । ऐसी धारणा सतत् विकास कही जाती है ।

प्रश्न 11. प्रथम पृथ्वी सम्मेलन का आयोजन कब और कहाँ हुआ था ?

उत्तर – प्रथम पृथ्वी सम्मेलन का आयोजन 3-14 जून , 1992 को रियो – डी – जेनेरो में किया गया जिसमें विकसित एवं विकासशील देशों के लगभग प्रतिनिधियों ने भाग लिया ।

प्रश्न 12. संभाव्य संसाधन क्या होते हैं ? उदाहरण देकर समझाइए ।

उत्तर – संभाव्य संसाधन वे संसाधन हैं जिनकी खोज तो हो चुकी है , परन्तु नका उपयोग नहीं किया गया हैं । उदाहरण के लिए राजस्थान तथा गुजरात में पवन ऊर्जा तथा सौर ऊर्जा के विकास की अत्यधिक क्षमता है ।

प्रश्न 13. संसाधन क्या होते हैं

उत्तर – हमारे पर्यावरण में पाई जाने वाली प्रत्येक वस्तु जो हमारी जरूरतों को पूरा कर सकती है , संसाधन कहलाती है । शर्त यह है कि वस्तु तकनीकी रूप से सुगम , आर्थिक रूप से उपयोगी तथा सांस्कृति रूप से मान्य हो ।

प्रश्न 14. मानव एक महत्त्वपूर्ण संसाधन है , कैसे ?

उत्तर – बहुत से लोगों का विचार है कि संसाधन प्रकृति के मुफ्त ( नि : शुल्क ) उपहार होते हैं , परन्तु ऐसा नहीं है । सभी संसाधन मनुष्य के क्रियाकलापों के प्रतिफल होते हैं । मनुष्य प्रकृति में उपलब्ध पदार्थों को संसाधनों में बदलता है । इस दृष्टि से मनुष्य बहुत ही महत्त्वपूर्ण संसाधन हैं ।

प्रश्न 15. विकसित संसाधन किसे कहते हैं ?

उत्तर – स्टॉक से अभिप्राय उन संसाधनों से है जो मानव की जरूरतें तो पूरी कर सकते हैं परन्तु मनुष्य के पास इनके विकास के लिए उचित तकनीक का अभाव है । उदाहरण के लिए जल हाइड्रोजन तथा ऑक्सीजन नामक दो ज्वलनशील गैसों का यौगिक है । अत : यह ऊर्जा का बहुत बड़ा स्रोत है । हमारे पास इन गैसों को अलग – अलग करने की तकनीक नहीं है ।

प्रश्न 16. संसाधनों के विकास में मनुष्यों की क्या भूमिका है ?

उत्तर – संसाधनों के विकास में मनुष्य की भूमिका

( i ) मानव प्रौद्योगिकी द्वारा प्रकृति के साथ क्रिया करते हैं और अपने आर्थिक विकास की गति को तेज करने के लिए संस्थाओं का निमार्ण करते हैं । मनुष्य पर्यावरण में पाए जाने वाले पदार्थों को संसाधनों में परिवर्तित करते हैं तथा उन्हें प्रयोग करते हैं ।

प्रश्न 17. उत्पत्ति के आधार पर संसाधन के कितने प्रकार हो सकते हैं ?

उत्तर- ( i ) जैव संसाधन – ऐसे संसाधनों की प्राप्ति जैवमंडल से होती है । इनमें सजीव के सभी लक्षण मौजूद होते हैं । जैसे — मनुष्य , मत्स्य , पशुधन तथा अन्य प्राणि समुदाय ।

( ii ) अजैव समुदाय – निर्जीव वस्तुओं के समूह को अजैव संसाधन कहा जाता में है । जैसे – चट्टानें , धातु एवं खनिज आदि ।

Matric Exam 2022 Geography Subjective Question

प्रश्न 18. नवीकरणीय संसाधन एवं अनवीकरणीय संसाधन किसे कहते हैं ?

उत्तर – जवीकरणीय संसाधन – वैसे संसाधन जिन्हें भौतिक , रासायनिक या क यांत्रिक प्रक्रिया द्वारा उसे पुनः प्राप्त किये जा सकते हैं । जैसे सौर ऊर्जा , पवन ऊर्जा , जल विद्युत आदि ।

प्रश्न 19. फसल चक्रण मृदा संरक्षण में किस पर सहायक है ?

उत्तर — फसल चक्रण द्वारा मृदा के पोषणीय स्तर को बरकरार रखा जा सकता द है । गेहूँ , कपास , मक्का , आलू आदि को लगातार उगाने से मृदा में ह्रास उत्पन्न होता है । इसे तिलहन , दलहन पौधे की खेती के द्वारा पुनप्ति किया जा सकता है । इससे नाइट्रोजन का स्थिरीकरण होता है ।

प्रश्न 20. खादर और बांगर मिट्टी में अंतर स्पष्ट करें ?

उत्तर – नदियों के बाढ़ के मैदान की नवीन बारीक कणों वाली काँप मिट्टी को खादर एवं नदियों द्वारा जमा की गई पुरातन काँप मिट्टी को बांगर मिट्टी कहते हैं ।

प्रश्न 21. भू – क्षरण के क्षेत्र लिखिए

उत्तर— भारत के मध्य प्रदेश में चम्बल नदी की द्रोणी , उत्तर प्रदेश में आगरा , इटावा और जालौन जिलों में , तमिलनाडु के दक्षिण व उत्तरी अर्काट , कन्याकुमारी , तिरुचिरापल्ली , चिंग्लीपुट , सलेम और कोयम्बटूर जिलों में भू – क्षरण क्षेत्र अधिक है ।

प्रश्न 22. स्थानीय मिट्टी और बाहित मिट्टी से किस प्रकार भिन्न है ?

उत्तर- स्थानीय मिट्टी में चीका व बालू की मात्रा लगभग समान होती है और कृषि के लिए उपयुक्त होती है जबकि बाहित मिट्टी में बालू , कूड़ा – करकट व जल की मात्रा अधिक होती है , इस पर कृषि करना सम्भव नहीं होता है ।

प्रश्न 23. मृदा निर्माण के कारकों का उल्लेख करें ।

उत्तर — मृदा निर्माण के कारक हैं – तापमान परिवर्तन , प्रवाहित जल की क्रिया , पवन , हिमनद और अपघटन की अन्य क्रियाएँ । ये सभी मिलकर मृदा निर्माण में सहयोग करती है । मृदा निर्माण में जैव एवं अजैव दोनों कारकों की भूमिका रहती है ।

प्रश्न 24. पवन अपरदन बाले क्षेत्र में कृषि की कौन – सी पद्धति उपयोगी मानी जाती है ?

उत्तर — पवन अपरदन वाले क्षेत्रों में पहिका कृषि ( Shripharming ) उपयोगी है जो फसलों के बीच घास की पट्टियाँ विकसित कर ली जाती है ।

प्रश्न 25. समोच्च कृषि से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर — पहाड़ी या पर्वतीय भागों में समोच्च जुताई द्वारा कृषि होती है । ताकि इसके द्वारा मृदा अपरदन को रोका जा सकता है । तीव्र ढालों वाली भूमि पर समोच्च रेखाओं के अनुसार मेड़ बनाकर कृषि की जाती है ताकि पानी के बहाव में रूकावट आती है और कृषि की जाती है ।

प्रश्न 26. भारत के किन भागों में नदी डेल्टा का विकास हुआ है ? यहाँ की मृदा की क्या विशेषता है ?

उत्तर — भारत के पूर्वी तटीय मैदान स्थित महानदी , गोदावरी , कृष्णा और कावेरी नदियों द्वारा निर्मित डेल्टा का निर्माण हुआ है । यहाँ की मृदा में पोटाश , फास्फोरस और चूना जैसे तत्वों की प्रधानता है । अधिक उपजाऊ होने के कारण गहन कृषि की जाती है ।

प्रश्न 27. नर्मदा बचाओ आंदोलन क्या है ?

उत्तर – नर्मदा बचाओ आंदोलन एक गैर सरकारी संगठन है जो स्थानीय लोगों , किसानों , पर्यावरणविदों , मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को गुजरात के नर्मदा नदी पर सरदार सरोवर बाँध के विरोध के लिए प्रेरित करता है ।

प्रश्न 28. ” जल एक दुर्लभ संसाधन है । ” कैसे ?

उत्तर- विश्व में उपलब्ध कुल जल का 96.5 % भाग महासागरों में खारा पानी के रूप में है जो पीने योग्य नहीं है । शेष 2.5 % जल मीठे पानी के रूप में है । इसका भी मात्र 30 % भाग ही नदियों , तालाबों एवं भूमिगत जल के रूप में है । यही नहीं , इस जल का वितरण भी काफी असमान है एवं प्रदूषित भी होता जा रहा है । इसलिए , जल एक दुर्लभ संसाधन है ।

प्रश्न 29. कोसी परियोजना का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत करें ।

उत्तर- बिहार की कोसी नदी पर विकसित कोसी परियोजना का मुख्य उद्देश्य बाढ़ – नियंत्रण , सिंचाई , भूमि – संरक्षण , मलेरिया नियंत्रण एवं जलविद्युत उत्पादन करना है । इस परियोजना की कुल विद्युत उत्पादन क्षमता 20 हजार मेगावाट है , जिसकी आधी बिजली नेपाल को दी जाती हैं इस परियोजना के तहत नेपाल स्थित हनुमाननगर में बराज का निर्माण किया गया है ।

प्रश्न 30. भारत के असमाप्त होनेवाले भौम जल संसाधन का वर्णन कीजिए ?

उत्तर- भारत के असमाप्त होने वाले जल संसाधन ऐसे संसाधन हैं जिन्हें हम कुँओं और नल – कूपों की सहायता से प्रयोग में ला सकते हैं , विशेषकर उन परिस्थितियों में जब भूमि को धरातल पर पाए जाने वाले जल की कमी हो जाए । भारत में भौम जल की सम्भावित क्षमता लगभग 434 अरब घन मीटर है । इस भौम जल का अधिकतर भाग भारत के मैदानी भागों में पाया जाता है । उत्तरी भारत में , क्योंकि वर्षा अधिक होती है इसलिए वर्षा का एक बड़ा भाग रिस – रिसकर भूमि के नीचे चला जाता है , इसलिए वहाँ भौम जल की मात्रा बढ़ जाती है । अभी तक हम इस भौम जल के 37 प्रतिशत भाग का ही उपयोग करने में समर्थ ।

प्रश्न 31. जल – प्रदूषण रोकने के उपायों की चर्चा करें ।

उत्तर – जल – प्रदूषण रोकने के प्रमुख उपाय

( i ) शहरों या नगरों का कूड़ा – करकट , मल आदि निकटवर्ती नदियों अथवा जलाशयों में उपचारित कर गिराना ।

( ii ) कल – कारखानों से निकलनेवाले अपशिष्ट रासायनिक पदार्थों को जलाशयों या नदियों में नहीं गिरने देना ।

( iii ) तालाबों एवं खेतों में कम – से – कम कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करना ।

( iv ) महासागरों में परमाणु बम परीक्षण आदि के प्रयोग पर रोक लगाना ।

( v ) जल प्रदूषित न करने के लिए लोगों में जागरूकता पैदा करना ।

प्रश्न 32. जल संभर विकास क्या है ?

उत्तर  जल संभर वह क्षेत्र है जिसे बड़ी नदी की एक सहायक नदी सींचती है । इसके विपरीत एक ऐसा विशाल क्षेत्र जिसे एक नदी और उसकी सहायक नदियाँ सींचती हैं उसे द्रोणी कहा जाता है । इस प्रकार जल संभर नदी द्रोणी का एक भाग – मात्र होता है । जब एक जल संभर का विकास करने के लिए अनेक प्रयत्न किये जाते हैं तो इसे जल संभर विकास कहते हैं । जल संभर विकास में क्षेत्र को विकसित करने के अनेक प्रयत्न किए जाते हैं जैसे जल संग्रहण , मिट्टी और आर्द्रता का संरक्षण , वृक्षारोपण , उद्यान – कृषि , चारागाह विकास तथा सामुदायिक भूमि संसाधनों का विकास आदि सम्मिलित होता है । ऐसे कार्य में स्थानीय लोगों के सहयोग एवं सहायता की आवश्यकता पड़ती है । राज्य एवं केन्द्रीय सरकारें जल संभर विकास को सफल बनाने में हर सम्भव प्रयत्न करती हैं ताकि भूमि की क्षमता भी बनी रहे और स्थानीय लोगों की आवश्यकताएँ भी पूरी होती रहें । त है । कैसे

प्रश्न 33. नर्मदा बचाओ आंदोलन क्या है ?

उत्तर – नर्मदा बचाओ आंदोलन एक गैर सरकारी संगठन है जो स्थानीय लोगों , किसानों , पर्यावरणविदों , मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को गुजरात के नर्मदा नदी पर सरदार सरोवर बाँध के विरोध के लिए प्रेरित करता है ।

प्रश्न 34. ” जल एक दुर्लभ संसाधन है । ” कैसे ?

उत्तर- विश्व में उपलब्ध कुल जल का 96.5 % भाग महासागरों में खारा पानी के रूप में है जो पीने योग्य नहीं है । शेष 2.5 % जल मीठे पानी के रूप में है । इसका भी मात्र 30 % भाग ही नदियों , तालाबों एवं भूमिगत जल के रूप में है । यही नहीं , इस जल का वितरण भी काफी असमान है एवं प्रदूषित भी होता जा रहा है । इसलिए , जल एक दुर्लभ संसाधन है ।

प्रश्न 35. कोसी परियोजना का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत करें ।

उत्तर- बिहार की कोसी नदी पर विकसित कोसी परियोजना का मुख्य उद्देश्य बाढ़ – नियंत्रण , सिंचाई , भूमि – संरक्षण , मलेरिया नियंत्रण एवं जलविद्युत उत्पादन करना है । इस परियोजना की कुल विद्युत उत्पादन क्षमता 20 हजार मेगावाट है , जिसकी आधी बिजली नेपाल को दी जाती हैं इस परियोजना के तहत नेपाल स्थित हनुमाननगर में बराज का निर्माण किया गया है ।

प्रश्न 36. भारत के असमाप्त होनेवाले भौम जल संसाधन का वर्णन कीजिए ?

उत्तर- भारत के असमाप्त होने वाले जल संसाधन ऐसे संसाधन हैं जिन्हें हम कुँओं और नल – कूपों की सहायता से प्रयोग में ला सकते हैं , विशेषकर उन परिस्थितियों में जब भूमि को धरातल पर पाए जाने वाले जल की कमी हो जाए । भारत में भौम जल की सम्भावित क्षमता लगभग 434 अरब घन मीटर है । इस भौम जल का अधिकतर भाग भारत के मैदानी भागों में पाया जाता है । उत्तरी भारत में , क्योंकि वर्षा अधिक होती है इसलिए वर्षा का एक बड़ा भाग रिस – रिसकर भूमि के नीचे चला जाता है , इसलिए वहाँ भौम जल की मात्रा बढ़ जाती है । अभी तक हम इस भौम जल के 37 प्रतिशत भाग का ही उपयोग करने में समर्थ ।

प्रश्न 37. जल – प्रदूषण रोकने के उपायों की चर्चा करें ।

उत्तर – जल – प्रदूषण रोकने के प्रमुख उपाय

( i ) शहरों या नगरों का कूड़ा – करकट , मल आदि निकटवर्ती नदियों अथवा जलाशयों में उपचारित कर गिराना ।

( ii ) कल – कारखानों से निकलनेवाले अपशिष्ट रासायनिक पदार्थों को जलाशयों या नदियों में नहीं गिरने देना ।

( ii ) तालाबों एवं खेतों में कम – से – कम कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करना ।

( iii ) महासागरों में परमाणु बम परीक्षण आदि के प्रयोग पर रोक लगाना ।

( iv ) जल प्रदूषित न करने के लिए लोगों में जागरूकता पैदा करना ।

प्रश्न 38. जल संभर विकास क्या है ?

उत्तर – जल संभर वह क्षेत्र है जिसे बड़ी नदी की एक सहायक नदी सींचती है । इसके विपरीत एक ऐसा विशाल क्षेत्र जिसे एक नदी और उसकी सहायक नदियाँ सींचती हैं उसे द्रोणी कहा जाता है । इस प्रकार जल संभर नदी द्रोणी का एक भाग – मात्र होता है । जब एक जल संभर का विकास करने के लिए अनेक प्रयत्न किये जाते हैं तो इसे जल संभर विकास कहते हैं । जल संभर विकास में क्षेत्र को विकसित करने के अनेक प्रयत्न किए जाते हैं जैसे जल संग्रहण , मिट्टी और आर्द्रता का संरक्षण , वृक्षारोपण , उद्यान – कृषि , चारागाह विकास तथा सामुदायिक भूमि संसाधनों का विकास आदि सम्मिलित होता है । ऐसे कार्य में स्थानीय लोगों के सहयोग एवं सहायता की आवश्यकता पड़ती है । राज्य एवं केन्द्रीय सरकारें जल संभर विकास को सफल बनाने में हर सम्भव प्रयत्न करती हैं ताकि भूमि की क्षमता भी बनी रहे और स्थानीय लोगों की आवश्यकताएँ भी पूरी होती रहें । त है । कैसे

प्रश्न 39. झारखंड के मुख्य लौह उत्पादक जिलों / केन्द्रों के नाम लिखिए ।

उत्तर – सिंहभूम जिले के नोआमुंडी , गुवा क्षेत्रों इसके अलावे पलामू , हजारीबाग , संथाल परगना , धनबाद एवं राँची जिलों में मिलता है ।

प्रश्न 40. खनिजों के संरक्षण एवं प्रबंधन से क्या समझते हैं ?

उत्तर- ( i ) नई शोधों के द्वारा दुर्लभ खनिजों के स्थान पर प्रतिस्थापन खनिज की खोजने और विकसित करने की आवश्यकता है ।

( ii ) खनिज क्षेत्रों में आधारभूत सुविधाओं को समुचित विकास किया जाए । देश के नए क्षेत्रों में नवीनतम प्रौद्योगिकी का उपयोग कर खनिजों का अन्वेषण किया जाना चाहिए । संरक्षण नीति में पोषणीय खनन पर अत्यधिक बल दिया जाना चाहिए ।

( iii ) ऐसी प्रौद्योगिकी एवं शोघ को विकसित किया जाए की खनिजों का अपव्यय को रोका जाए ।

Bihar Board Class 10th Social Science Bhaarat Sansaadhan evan Upayog

प्रश्न 41. खनिजों का आर्थिक महत्व बतायें ।

उत्तर — पृथ्वी पर जैसे जल और थल अति महत्वपूर्ण खजाने हैं ठीक उतने ही महत्वपूर्ण खनिज संसाधन भी हैं । खनिज संसाधन के अभाव में देश के औद्योगिक विकास को गति एवं दिशा नहीं दे सकते । फलतः देश का आर्थिक विकास अवरूद्ध हो सकता है । विश्व के बहुत से देशों में खनिज सम्पदा राष्ट्रीय आय के प्रमुख स्रोत बने हुए हैं । खनिज ऐसे क्षयशील संसाधन है जिन्हें दोबारा नवीनीकृत नहीं किया जा सकता । अतः खनिजों के संरक्षण की परम आवश्यकता है ।

प्रश्न 42. पेट्रोलियम से किन – किन वस्तुओं का निर्माण होता है ?

उत्तर — पेट्रोलियम ताप प्रकाश के लिए ईंधन , मशीनों का स्नेहक , अनेक विनिर्माण उद्योगों को कच्चा माल प्रदन करता है । तेलशोधनशालाएँ – संश्लेषित वस्त्र , उर्वरक तथा असंख्य रसायन उद्योगों में एक कोणीय बिन्दु का काम करता है । इसकी उपयोग संश्लेषित वस्त्र , उर्वरक तथा रसायन उद्योगों में होता है ।

प्रश्न 43. अभ्रक कहाँ मिलता है ? इसका क्या उपयोग है ?

उत्तर – बिहार और झारखण्ड में उत्तम कोटि का रूवी अभ्रक का उत्पादन होता है । यह पश्चिम गया जिले से हजारीबाग , मुंगेर होते हुए पूर्व में भागलपुर तक फैला है । इसके अतिरिक्त धनबाद , पलामू , राँची एवं सिंहभूम जिलों में भी अभ्रक भण्डार मिले हैं । बिहार झारखण्ड भारत का 80 % अभ्रक का उत्पादन करता है ।


Class 10th Social Science Question Paper PDF Download 

Class 10th Science Question Paper PDF Download