Class 10th Hindi Subjective Question | नागरी लिपि Matric Exam

Class 10th Hindi Subjective Question | Class 10th Hindi ( नागरी लिपि ) Subjective Question

Class 10th Hindi

Class 10th Hindi Subjective Question :- यदि आप बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा 2024 की तैयारी कर रहे हैं तो यहां पर आपको Class 10th Hindi Subjective Ka Question का बिहार बोर्ड 10th हिंदी (नागरी लिपि ) Subjective  दिया गया है जो BSEB Matric Exam Hindi Subjective Question के लिए काफी महत्वपूर्ण है | Bihar Board 10th Hindi Subjective


1.Q देवनागरी लिपि के अक्षरों में स्थिरता कैसे आई है

उत्तर ⇒ जब दोस्त ही पहले देवनागरी लिपि के टाइप बने और इसमें पुस्तक के छपने लगी तब इनके अक्षरों में स्थिरता आई है

क्लास 10th हिंदी का सब्जेक्टिव प्रश्न


2.Q देवनागरी लिपि में कौन-कौन सी भाषाएं लिखी जाती है

उत्तर ⇒ हिंदी भाषा तथा इसकी विविध बोलियां नेपाली मराठी तथा संस्कृत भाषा देवनागरी लिपि में लिखी जाती है


3.Q लेखक ने किन-किन भारतीय लिपियों से देवनागरी का संबंध बताया है

उत्तर ⇒ लेखक ने गुजराती बांग्ला तमिल तेलुगु कन्नड़ और मलयालम लिपियों से देवनागरी लिपि का संबंध बताया है


4.Q नंदी नागरी लिपि कहते हैं किस प्रसंग में लेखक ने उसका उल्लेख किया

उत्तर ⇒ देवनागरी लिपि को ही दक्षिण भारत की नंदी नागरिक कहते हैं देवनागरी लिपि के काल तथा उसके विस्तार के प्रसंग में लेखक ने उसका उल्लेख किया है


5.Q नागरी लिपि के आरंभिक लेख कहां प्राप्त हुए हैं उनके विवरण दें

उत्तर ⇒ नागरी लिपि के आरंभिक लेख विद्या पर्वत के नीचे के ढक्कन प्रदेश से ही मिलते हैं अनेक विद्वानों का मत है कि दक्षिण भारत में नागरिक लिपि का प्राचीन इतिहास लेखक राष्ट्रकूट राजा दंती दुर्ग का समागम है दंती दुर्ग ने ही राष्ट्रकूट शासन की नींव डाली थी अर्थात नागरी लिपि के आरंभिक लेख में दक्षिण भारत से प्राप्त हुए हैं


Class 10th Subjective Question Nagari lipi

6.Q उत्तर भारत में किन शासकों के प्राचीन नागरी लेख प्राप्त होते हैं

उत्तर ⇒ उत्तर भारत में मेवाड़ के गोहिल सांभर अजमेर के चौहान कन्नौज के गाहड़वाल कठियावाड़ गुजरात के सोलंकी आबू के परमार जेजाकमुक्ति के चंदेल तथा त्रिपुरा के कलचुरी शासकों के लिए प्राचीन नागरी लिपि मे प्राप्त होते हैं।


7.Q नागरि को देवनागरी क्यों कहते हैं लेखक इस संबंध में क्या बताता है

उत्तर ⇒ चंद्रगुप्त विक्रमादित्य का व्यक्तिगत नाम देव था इसीलिए गुप्तों की राजधानी पटना को भी देव नगर कहा जाता होगा देव नगर की लिपि होने से उत्तर भारत की प्रमुख लिपि नागरिक को देवनागरी लिपि कहते हैं लेखक इस संबंध में बताते हैं कि यह सिर्फ एक मत है हम सम प्रमाण नहीं बता सकते कि यह देवनागरी नाम कैसे अस्तित्व में आया।


8.Q नागरि की उत्पत्ति के संबंध में लेखक का क्या कहना है पटना से नागरिक का क्या संबंध लेखक ने बताया।

उत्तर ⇒ नागरिक की उत्पत्ति के संबंध में लेखक का कहना है कि इसका जन्म प्राचीन ब्राह्मी लिपि से हुआ नागरिक शब्द किसी नगर अर्थात बड़े शहर से संबंधित है पादताडितकम नामक एक नाटक से जानकारी मिलती है कि पाटलिपुत्र को नगर कहते थे पता लागरी सब उत्तर भारत के किसी बड़े शहर से संबंध रखता है यह संभव है कि बड़ा नगर काशीपटना ही हो।


9.Q नागरी लिपि के साथ-साथ किसका जन्म होता है इसका संबंध में लेख क्या जानकारी देता है

उत्तर ⇒ नागरी लिपि के साथ-साथ तमिल मलयालम और तेलुगु कन्नर लिपियों का विकास हुआ था लेखक इस संबंध में जानकारी देते हैं कि दक्षिण भारत की यह लिपियां भी नागरिक की तरह ही प्राचीन ब्राह्मी लिपि से ही विकसित हुई है।


10.Q निबंध के आधार पर काल क्रम से लागरी लेखों से संबंधित प्रमाण प्रस्तुत करें

उत्तर ⇒ निबंध के आधार पर अनेक विद्वानों का मत है कि दक्षिण भारत में नागरी लिपि का प्राचीन तमक लेखक राष्ट्रकूट राजा दंती दुर्ग का समागम दाल पत्र 754 ईसवी है अमोघ वर्ष के शासनकाल में ही जैन गणित यज्ञ महावीराचार्य 18 सो 50 ईस्वी में गणित सार संग्रह की रचना की थी 11 वीं सदी से नागरी लिपि में प्राचीन मराठी भाषा के लिए मिलते लग जाते हैं गुलाबा जिला से इलाहार शासक किसी देव प्रथम का एक शिलालेख 10 से 12 ईसवी मिला जो संस्कृत मराठी भाषाओं में है और इसकी लिपि लग रही है नागरी लिपि में लिखा गया ताम्रपट 1807 ईस्वी का है यादव राजा रामचंद्र तेरी वी सदी के ताम्रपत्र में ए और ओ की मात्रा में अक्षरों की बाई और है कल्याण के पश्चिमी चालू किया नर्सों के लेख भी नागरी लिपि में है उत्तर भारत के राजाओं के लेखों में नागरी लिपि देखने को मिलती है मिहिर भोज महेंद्र पाल यादि प्रख्यात प्रतिहार शासक हुए मिहिर भोज 840 से 81 ईसवी की ग्वालियर प्रस्तुति नागरी लिपि संस्कृत में है धारा नगरी का प्रमाण शासक भोज अपने विधान और आग के लिए इतिहास में प्रसिद्ध है इस राजा के वंश वाला और विधवा दान पत्र क्रमशः कोकण विजय तथा कोकन विजय पर्व के अवसरों पर दिए गए थे बेतवा इंदौर के समीप दान पत्र 1024 ईसवी का है 12 वीं सदी के बाद हम उत्तर भारत के सभी हिंदू शासकों को देवनागरी लिपि का इस्तेमाल करते हुए देखते हैं हमने अभी देखा है कि कुछ इस्लामी शासकों ने भी अपने सिक्कों पर लेख अंकित किए हैं | Model paper 10th 

BSEB Class 10th Hindi Subjective


           गोधूलि भाग – 2 [ Objective Question ]
 1  श्रम विभाजन और जाति प्रथा
 2  विष के दांत
 3  भारत से हम क्या सीखें
 4  नाखून क्यों बढ़ते हैं
 5  नागरी लिपि
 6 बहादुर
 7  परंपरा का मूल्यांकन
 8  जीत जीत मैं निरखात हूँ
 9  आविन्यों
 10  मछली
 11  नौबत खाने में इबादत
 12  शिक्षा और संस्कृति
13 BSEB 10th All Subject Question Paper
           पघ खंड [ Objective Question ]
 1  स्वदेशी
 2  भारत माता
 3  जनतंत्र का जन्म
 4  हीरोशिमा
 5  एक वृक्ष की हत्या
 6  हमारी नींद
 7  अक्षर ज्ञान
 8  लौटकर आऊंगा फिर
 9  मेरे बिना तुम प्रभु
           वर्णिका , भाग – 2 [ Objective Question ]
 1  दही वाली मंगम्मा
 2  ढहते विश्वास
 3  माँ
 4  नगर
 5  धरती कब तक घूमेगी
 S.N    BSEB MATRIC EXAM 2024   PDF 
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